मुंबई, 08 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले फेज के उद्घाटन के दौरान कांग्रेस पर तीखा वार किया। उन्होंने कहा कि 2008 में मुंबई पर हुए 26/11 आतंकी हमले के वक्त कांग्रेस सरकार ने देश को कमजोर संदेश दिया था और आतंकियों के सामने झुक गई थी। पीएम मोदी ने कहा कि उस समय भारतीय सेना पाकिस्तान पर कार्रवाई करने के लिए तैयार थी, लेकिन तत्कालीन सरकार ने विदेशी दबाव में ऐसा नहीं करने दिया। प्रधानमंत्री ने पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम का नाम लिए बिना उनके हालिया बयान का जिक्र किया। चिदंबरम ने 30 सितंबर को कहा था कि 26/11 हमलों के बाद उनके मन में भी बदला लेने का विचार आया था, लेकिन उस वक्त कांग्रेस सरकार ने सैन्य कार्रवाई न करने का निर्णय लिया था। मोदी ने कहा कि यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि उस दौर में देश की सुरक्षा पर विदेशी प्रभाव हावी था और कांग्रेस ने देश के आत्मसम्मान से समझौता किया।
नवी मुंबई एयरपोर्ट के उद्घाटन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने अपने 22 मिनट के संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर, जीएसटी सुधार, विकसित भारत और युवाओं के रोजगार जैसे विषयों पर भी बात की। उन्होंने कहा कि गरीब और मध्यम वर्ग का सशक्तीकरण आज सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनका कहना था कि जब समाज के कमजोर तबके को सुविधा और सम्मान मिलता है, तो राष्ट्र की सामर्थ्य बढ़ती है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे गर्व से ‘हम स्वदेशी हैं’ कहें और स्वदेशी उत्पादों को अपनाएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने से मुंबई को बड़ी राहत मिलेगी। यह एयरपोर्ट एशिया के सबसे बड़े कनेक्टिविटी हब के रूप में विकसित होगा और महाराष्ट्र के किसानों को भी इससे बड़ा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब राज्य के किसान यूरोप के बाजारों से सीधे जुड़ सकेंगे, जिससे उनकी उपज की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिक्री संभव होगी और नए उद्योगों के अवसर भी पैदा होंगे। मोदी ने बताया कि 2030 तक भारत एशिया का सबसे बड़ा एमआरओ (मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहॉल) हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। देश ने 1000 से अधिक नई उड़ानों का ऑर्डर दिया है और इन विमानों की मरम्मत-सुविधाओं के विकास से युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार देना और देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर को विश्वस्तरीय बनाना है।
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण में एक टर्मिनल और एक रनवे बनाया गया है। फिलहाल इसकी सालाना क्षमता 2 करोड़ यात्रियों की है और रोजाना करीब 60 उड़ानें संचालित होंगी। करीब 19,647 करोड़ रुपए की लागत से बने इस एयरपोर्ट के चार चरण पूरे होने पर इसकी क्षमता 9 करोड़ यात्रियों तक पहुंच जाएगी और रोजाना 300 उड़ानें यहां से संचालित की जा सकेंगी। एयरपोर्ट का डिजाइन कमल के आकार में तैयार किया गया है और इसका नाम किसान नेता डीबी पाटिल के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने विस्थापित किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया था।
यह एयरपोर्ट अडाणी ग्रुप और महाराष्ट्र सरकार के लैंड डेवलपमेंट प्राधिकरण (CIDCO) की साझेदारी में तैयार किया जा रहा है। इसमें अडाणी ग्रुप की 74 प्रतिशत और CIDCO की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह जवाहरलाल नेहरू पोर्ट और मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक के पास स्थित है, जिससे यह शहर में बढ़ती हवाई यात्रा की जरूरतों को पूरा करेगा। हालांकि, एयरपोर्ट का संचालन अभी दो महीने बाद शुरू होगा, क्योंकि इसे ORAT टेस्टिंग प्रक्रिया से गुजरना होगा, जिसमें सभी सिस्टम्स की असली परिस्थितियों में जांच की जाती है ताकि उड़ानें सुरक्षित और सुचारू रूप से संचालित हो सकें।
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम के दौरान मुंबई मेट्रो लाइन-3 (Aqua Line) और इसके अंतिम फेज 2B का भी उद्घाटन किया। यह मेट्रो लाइन पूरी तरह भूमिगत है और इसका निर्माण लगभग 37,270 करोड़ रुपए की लागत से हुआ है। इसके अलावा उन्होंने “मुंबई वन” नाम का मोबिलिटी एप भी लॉन्च किया, जो मेट्रो, मोनोरेल, बस और रेलवे सेवाओं को एक प्लेटफॉर्म पर जोड़ेगा। इस एप से यात्री डिजिटल टिकट बुकिंग, यात्रा अपडेट और सुरक्षा सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। साथ ही पीएम मोदी ने STEP स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम की भी शुरुआत की, जिसके तहत महिलाओं सहित युवाओं को नई तकनीकों में प्रशिक्षित किया जाएगा। लगभग 2,500 बैचों में यह ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि कौशल विकास के माध्यम से रोजगार के नए अवसर तैयार हो सकें।